झबबन लाल डीएवी विद्यालय के कक्षा आठवीं अ के छात्र एवं छात्राओं ने इस विषय पर जागरूकता फैलाने के लिए अपने विचार भाषण, कविता, गीत ,पोस्टर एवं शपथ द्वारा प्रकट किए हैं ।इस दिवस की कहानी 28 अक्टूबर 1939 से शुरू हुई । उस समय द्वित्तीय विश्वयुद्ध चल रहा था । इस दिन 1200 विद्यार्थियों को चेकोस्लोवाकिया में नाजियों के द्वारा फांसी दे दी गई थी । इस बात को हमेशा याद रखने के लिए 2 साल बाद लंदन में एक सभा बुलाई गई । जिसमें फैसला लिया गया कि नाजियों द्वारा शहीद किए गए छात्रों की याद में हर साल 17 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस के रूप में मनाया जाएगा।